बांग्लादेश में हिंदू महिला से गैंगरेप, मौत: भागे हिंदुओं ने कहा- घर में घुसकर महिलाओं से करते हैं बलात्कार, अल्पसंख्यकों के लिए माँगा अलग इलाका

बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय पर हिंसा का दौर जारी है। हिंदुओं के धार्मिक स्थलों को ही नहीं निशाना बनाया जा रहा है, बल्कि हत्या और महिलाओं के साथ रेप को भी अंजाम दिया जा रहा है। अब नरैल में 52 साल की हिंदू महिला बसना मलिक की रहस्यमय तरीके से मौत हो गई है। बसना के साथ गैंग रेप किया गया था। वहीं, भारत आए कुछ बांग्लादेशी हिंदुओं ने हिंसा की दर्दनाक कहानी सुनाई।

पीड़ित परिवार के लोगों का कहना है कि बसना मलिक 24 दिसंबर की रात को करीब 8 बजे घर लौटी थी। इसके बाद से उसे लगातार उल्टियाँ हो रही थीं। उस रात वह खाना खाने के बाद परिवार से कुछ कहे बिना ही सो गई। अगले दिन 25 दिसंबर की सुबह महिला की हालत बिगड़ गई। इसके बाद उसे जेसोर जनरल अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहाँ 26 दिसंबर की रात को महिला की मौत हो गई।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एक स्थानीय युवक ने डर के कारण नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया था कि बसना के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया था। इसके साथ ही उसे शारीरिक के साथ-साथ मानसिक रूप से भी परेशान भी किया गया था, जिसके कारण वह लगातार तनाव में रह रही है। यही कारण है कि उसने शर्म और तनाव के मारे कीटनाशक पीकर आत्महत्या कर ली।

मृतक महिला के बेटे रिंकू मलिक का कहना है कि उसकी माँ के साथ बहुत ‘गंदा’ व्यवहार किया गया था। उसके साथ दरिंदगी की गई थी। इससे वह परेशान हो गई थीं। महिला की मौत के बाद शव का पोस्टमार्टम किया गया। इसके बाद मैजपारा के पोराडांगा गाँव में स्थित श्मशान में महिला का अंतिम संस्कार कर दिया गया।

इस घटना को लेकर स्थानीय हिंदुओं में आक्रोश है। इस मामले में बांग्लादेश की पुलिस महिला को बदनाम कर लीपापोती करने में जुट गई है। सदर थाने के ओसी मोहम्मद साजेदुल इस्लाम का कहना है कि कुछ लोगों बताया कि बसना का गाँव के ही लडके के साथ संबंध था। उस रात स्थानीय लोगों ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया था।

बांग्लादेशी हिंदुओं ने साझा किया दर्द

वहीं, बांग्लादेश से भागकर वाराणसी पहुँचे 12 हिंदुओं ने वहाँ हो रहे अत्याचार की कहानी साझा की। ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद से मुलाकात कर उन लोगों ने बताया, “वहाँ के लोग हमसे कहते हैं कि तुम लोग पाकिस्तान चले जाओ। अब बांग्लादेश में हिंदुओं के लिए रहने लायक हालात नहीं रहे। हर वक्त जान का खतरा बना हुआ है।”

अपना चेहरा ढँके एक हिंदू व्यक्ति ने कहा कि बांग्लादेश का अब एक ही एजेंडा है और वह है बांग्लादेश को मुस्लिम राष्ट्र घोषित करने का। बांग्लादेश में जहाँ भी हिंदू दिखाई दे रहे हैं, उनके साथ हिंसा की जा रही है। मंदिरों पर कब्जा किया जा रहा है। एक हिंदू महिला ने कहा कि वहाँ के मुस्लिम घरों में घुसकर हिंदू महिलाओं से मारपीट और उनके साथ बलात्कार कर रहे हैं।

शंकराचार्य से मुलाकात करने वाले बांग्लादेशी हिंदुओं ने अपनी कुछ माँगें रखीं। उनका कहना है कि हिंदुओं के लिए बांग्लादेश में एक अलग जगह दी जाए, जो भारत की सीमा से लगी हो। इसके साथ ही भारत और बांग्लादेश के बीच आबादी की अदला-बदली। बांग्लादेश से भारत आने वाले हिंदुओं की संख्या के बराबर मुस्लिमों को वहाँ भेजा जाए।

उनका यह भी कहना है कि दुनिया में कहीं भी जन्म लेने वाले हिंदू को इजरायल की तरह स्वाभाविक रूप से भारत का नागरिक माना जाए। इसके साथ ही 5 अगस्त 2024 को तख्तापलट से पहले भारत आए बांग्लादेशियों की वीजा अवधि को बढ़ाई जाए और उन्हें जबरन बांग्लादेश ना भेजी जाए। इसके साथ ही उन्हें भारत में रोजगार मुहैया कराई जाए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *